हज़ारों अश्क़ मेरी आँखों की हिरासत में थे बस कुछ याद आया और सबको ज़मानत मिल गई।।💚
क़रीब आने से चलता है शख़्सियत का पता ज़मीं से चांद , ज़रा सा दिखाई देता है . 4Gshayari
क्या करे कोई जब अपने जज़्बात ही खंजर बन जाए…?? सपनो से सज़ी दिल की जमी इक पल मे ही बंजर बन जाए
जिसके लफ़्ज़ों में…हमे अपना अक्स मिलता है.. बड़े नसीबों से…ऐसा कोई शख़्स मिलता है………. 4Gshayari